शुक्रवार, 4 मई 2018

ग्रीष्म ऋतू के फल और उनसे बनने वाले स्वादिष्ट एवं स्वास्थवर्धक पेय और खाद्य पदार्थ ; Summer Seasonal Fruits and delicious and healthy drinks and foods made from them


मित्रों गर्मी की इस तपन में जब कुछ अच्छा नहीं लगता, ना कुछ खाना अच्छा लगता हैं, ना किसी काम में कोई मन लगता है, और घर से बाहर निकलना तो एक सजा के जैसा लगता है, तब खास गर्मी के मौसम में आने वाले कुछ विशेष फल और उनसे बनने वाले कुछ खास पेय और खाद्य पदार्थ अवश्य ही राहत पँहुचाने का कार्य करते हैं, तो आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ खास फलों तथा उनसे बनने वाले पेय और खाद्य पदार्थों के बारे में........

फालसा गर्मीयों का फल - औषधीय गुणों से भरपूर


फालसा (ग्रेविया एशियाटिका) गर्मियों के लोकप्रिय फलों में से एक है अपने अनोखे स्वाद की वजह से इसे हर कोई पसंद करता है इसकी तासीर ठंडी होने से यह हमारे शरीर को ठंडक पहुंचाता है ।फालसा छोटे छोटे गोल-मटोल बेर के आकार के गहरे बैंगनी रंग के नरम और रसीले फल होते हैं, जिनका स्वाद खट्टा-मीठा होता है ।फालसा खनिज लवण जैसे मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, फाॅस्फोरस, कैल्शियम , लोहा, साथ ही प्रोटीन, कार्बोहाइडेट,विटामिन और सी और एंटीआॅक्सीडेंट से भरपूर होता है खटठे मीठे स्वाद वाले फालसे के फल में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसके साथ ही सिट्रिक एसिड, एमीनो एसिड, ग्रेवियानोल, बीटा एमिरिदीन, बेट्यूलीन, फ्रेडीलिन, किम्फेराल, क्वेरसेटिन, ल्यूपिनोन, ल्यूपियाल, डेल्फीनिडीन, सायनीडीन, टेरेक्सास्टेरोल पाये जाते हैं ।फालसे के रस को शान्त, ताजा और आसानी से पचने और गर्मी में प्यास से राहत पहुंचाने वाला टॉनिक कहते हैं।गर्मी के मौसम में लू लगने और उससे होने वाले बुखार से बचने का कारगर इलाज है फालसे का शेक पीना यह मस्तिष्क की गर्मी और खुष्की दूर करके तरोताजा रखता है चिड़िचिड़ापन दूर करता है उल्टी और घबराहट से बचाता है ।फालसा पित्ताशय और जिगर की समस्याओं को दूर करता है पेट की गड़बड़ी तथा अपच दूर करता है और भूख बढ़ाता है इसका कसैलापन शरीर से अतिरिक्त अम्लता कम करके पाचन संबंधी विकार को दूर करता है रक्तचाप और कोलेस्ट्रॅाल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए फालसे का सेवन बहुत फायदेमंद है, क्योंकि इसमें विटामिन सी और खनिज लवण और एंटी ओक्सिडेंट  तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं जो कि हृदय रोग का खतरा कम करने में सहायक  है ।फलसा में रेडियोधर्मी क्षमता होने से यह कैंसर से लड़ने में सहायक है ।खनिज लवण जैसे तांबा और लोहा की अधिकता रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाये रखते है तथा एनीमिया का खतरा कम हो जाता है ।फालसे को आप या तो कच्चा खा सकते हैं या इसका शर्बत बना कर पी सकते हैं ।उमस भरी गर्मी से राहत दिलाता है रसीला फालसा फालसा के पेड़ की पत्तियां और तने भी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, त्वचा के कटने, छिलने, जलने, दर्दनाक चकते पड़ने, फोड़े होने, एक्जिमा, त्वचा संबंधी रोगों में फालसा की पत्तियों को रात भर भिगोने के बाद पीस कर लगाने से बहुत लाभ होता है ।यह एंटीबायोटिक की तरह काम करती हैं तने की छाल का अर्क बुखार को कम करने और दस्त के इलाज में उपयोगी है ।जड़ की छाल गठिया के इलाज के लिए उपयोगी है फालसे के बीजों से तेल निकाला जाता है जो कि प्रजनन संबंधी विकारों में इस्तेमाल होता है ।गुस्से को कम करने के लिए फालसे का शरबत शहद के साथ पियें आराम आएगा

फालसे का शर्बत गर्मियों में दिनों बनने वाला एक बहुत ही फायदेमंद और स्वादिष्ट ड्रिंक है यह तो आपने ऊपर जाना कि, फालसे के फल की प्रकृति काफी ठंडी मानी जाती है, इसलिए गर्मियों के दिनों में इसके प्रयोग से शरीर को अधिक मात्रा में ठंडक मिलती है, और गर्मी में होने वाली तमाम बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाता है। 

सामग्री:
फालसे 250 ग्राम
ठंडा पानी 4-5 कप
चीनी आधा कप
काला नमक आधा चम्मच (स्वादानुसार)
नींबू का रस 1 चम्मच (ऐच्छिक)
बर्फ के क्यूब्स 12-15 (हल्का सा कूट लें)
विधि:
फालसे का शर्बत बनाने के लिये सबसे पहले फालसे के फलों को अच्छी तरह से धोकर एक छलनी में निकालकर रख दें जिससे फालसों से अतिरिक्त पानी पूरी तरह से निकल जाये, अनारदाना रस निकालने वाले जूसर से सभी फालसा का रस निकाल लें,अब मिक्सी के एक जार में चीनी और आधा कप पानी डालकर चीनी के घुलने तक अच्छी तरह से फैंट लें, इसके बाद चीनी के घोल में फालसे का रस, काला नमक और नीम्बू का रस डालकर मिक्सर को करीब 5-7 सेकंड के लिये चला दें, अब मिक्सर में 2-3 कप ठंडा पानी मिलाकर फिर से 15-20 सेकंड के लिये चला लें जिससे फालसे के फलों का गूदा चीनी के घोल में अच्छी तरह से मिल जायेगा,अब इस फालसे के शर्बत को एक छलनी से छान लें आपके लिए बहुत ही स्वादिष्ट फालसे का शर्बत बनकर तैयार है, ठंडे ठंडे फालसे के शर्बत को सर्विंग गिलास में निकालकर ऊपर से आइस क्यूब डालकर तुरंत ही मेहमानों को सर्व करके स्वयं भी इसका ज़ायका लें। 

जब गर्मी में आने वाले फलों के फायदों की बात हो रही है, तो एक बार इस फल को भी आजमा कर देखे, हालांकि इस फल को कच्चा ही खाया जाता है इससे कोई पेय या खाद्य पदार्थ नहीं बनाया जा सकता किन्तु ये अत्यधिक फायदेमंद है इसलिए इसका यहाँ जिक्र करना आवश्यक है। 

राजाओं का फल क्षीरनि उर्फ़ खिरनी उर्फ़ "राणी मेवा" यानी रायण...


गर्मी की ऋतू में निंबोली के समान आकार में दिखाई देने वाला एक फल बाजारों में ग्रामीणों द्वारा बेचते हुए देखा जा सकता है, उसे खिरनी कहते है वास्तव में खिरनी लोक में प्रचलित नाम है आयुर्वेद में खिरनी का नाम क्षिरिणी है इसी का अपभ्रंश नाम खिरनी हो गया. क्षिरिणी का अर्थ क्षीर (दूध) युक्त इसके फलों एवं पत्तों को तोड़ने पर दूध निकलता है गुणों के आधार पर यह फलों का राजा है एवं प्राचीनकाल में राजाओं द्वारा इसका सेवन किया जाता था अत: इसे आयुर्वेद में राजदान, राजफल एवं फलाध्यक्ष (फलों का राजा ) आदि नाम से भी जाना जाता है, सेपोटेसी कुल के इस वृक्ष का वानस्पतिक नाम मनीलकरा हेक्सेंड्रा है एवं इसके विशाल वृक्षों को मध्य प्रदेश के मांडू और राजस्थान के गोडवाड़ क्षेत्रों में देखा जा सकता है जो की राजाओं का स्थान था, आजकल इसके बीजों को उगाकर जब वह दो से ढाई फुट का हो जाए तब उसे काटकर उस में चीकू की कलम प्रत्यारोपित की जा रही है जिससे बहुत स्वादिष्ट चीकू का फल उत्पन्न होता है, आयुर्वेदानुसार इसके फल शरीर में शीतलता लाते है मधुर स्निग्ध एवं पचने में भारी होता हैफल धातुवर्धक , शुक्रजनन , क्षय रोग , वात रोग नाशक होता हैमद , मूर्छा , मोह , भ्रांति , दाह, तृषा , (प्यास) को नष्ट करता है, इसके फल पित्त नाशक होने से रक्त पित्त रोग में लाभ पहुंचाते है, फल शरीर को मोटा करने वाले होते है अत: दुर्बल व्यक्तियों के लिए यह हितकारी हैइसके बीजों से निकलने वाले तेल को खाद्य तेल के रूप में भी प्रयोग किया जाता है इसकी छाल का काढ़ा ज्वर नाशक होता हैइसके पके फलों को सुखाने पर वे ड्रायफ्रूट का अच्छा विकल्प हो सकते है तो आप भी खिरनी का सेवन करे एवं राजा बन जाइए

खरबूजा - तरावट का दूसरा नाम 


पका हुआ मीठा स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक खरबूजा गर्मियों का मुख्य फल है, हल्की सी विशेष गंध के कारण बच्चे इसे कम पसंद करते हैं ,पर अगर खरबूजा ऐसे ही खिलाने के बजाय उसका शेक बना कर बच्चों को देंगे तो बच्चे इसको ज्यादा पसंद करेंगे। 
खरबूजा शेक बनाने की विधि आम का शेक बनाने की तरह ही आसान है,
सामग्री:
खरबूजा – 500 ग्राम
दूध -250 ml
चीनी - 4 चम्मच
इलाइची पाउडर -चुटकी भर
काजू चार से पांच
पिस्ता -चार से पांच
आइस क्यूब्स- 5-7
विधि:
सबसे पहले खरबूजे को काट कर उसके छिलके और बीज अलग कर लें, अब उसके अंदर के गूदे को छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें, काजू और पिस्ता को भी छोटे टुकड़ों में काट लें, अब खरबूजे के टुकडे, ठंडा दूध, इलाइची पाउडर,आइस क्यूब्स और चीनी को मिक्सर के जार में डाल दें,अब मिक्सचर को चला कर सारे मिक्सचर को चीनी घुलने और आइस क्यूब्स क्रश होने तक अच्छे से फेंट लें, अब इस ठण्डे खरबूजा शेक को गिलास में डाल कर कटे हुए काजू पिस्ता से सजाएँ और बच्चों के साथ स्वयं भी इसके स्वाद का आनंद लें...... 
नोट:
चीनी की जगह शहद का भी प्रयोग कर सकते है, इससे खरबूजा शेक और भी गुणकारी बनेगा,अगर हम थोड़े से खरबूजा शेक में क्रीम या मलाई डाल कर ,उसे अच्छे से फेंट के इस मिक्सचर की आइसक्रीम बना लें तो बच्चों को बेहद पसंद आने वाली एक नयी डिश बन जायेगी।

तरबूज - गर्मी में ठंडी का एहसास 

गर्मी में आने वाले फलों की बात चाल रही है तो हम तरबूज को कैसे भूल सकते हैं, तरबूज का नाम सुनते ही एक आँखों के आगे लाल-लाल स्वादिष्ट फल घूमने लगता है और शीतलता का एहसास होने लगता है तो आइये आज तरबूज का शरबत बनाने के विधि जानते हैं। 

तरबूज का शरबत बहुत ही स्वादिष्ट होता है। यह हमें चिपचिपी गर्मी, धूप, लू, उमस, आदि में ठंडक देने का काम करता है। उत्तर भारत में तो लोग इसके बारे में कम ही जानते हैं, लेकिन मुंबई में यह हर जगह मिलता है और लोग इसे बहुत पसंद भी करते हैं। तो आइये आज हम भी मुंबई का मशहूर तरबूज का शरबत बनाते हैं।

आवश्यक सामग्री:

5 गिलास शरबत बनाने के लिये-

  • तरबूज - 2- 2.1/2 कि.ग्रा.
  • नींबू - 1
  • बर्फ के क्यूब्स - 1 कप

विधि:

तरबूज का शरबत बनाने के लिये सबसे पहले तरबूज को धोकर काटिये और फिर इसके मोटे हरे भाग को काट कर अलग कर दीजिये। अब लाल वाले भाग को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर मिक्सी में पीस लीजिये। थोड़ी देर बाद जब तरबूज का गूदा और रस बिल्कुल घुल जाए तब इस जूस को छलनी में छान लीजिये।अब इस जूस में नींबू निचोड़ कर अच्छे से मिलाइये और फिर इसे गिलासों में डाल दीजिये। ठंडा करने के लिये इसमें अपने अनुसार बर्फ डाल दीजिये और चाहें तो गिलास में शरबत के ऊपर 1-2 पोदीने की पत्तियाँ भी सजा दीजिये (यदि आप को इसमें मीठा कम लग रहा हो तो आप अपने स्वादानुसार इसमें चीनी मिला कर इसे और अधिक मीठा भी कर सकते हैं, लेकिन चीनी मिलाने के बाद यह जूस अपना वास्तविक स्वाद खो देता है)।ठंडा ठंडा तरबूज का शरबत तैयार है। अब इसे जितना मर्जी पीजिये और घर में सभी को पिलाइये। यकीन मानिये इस शरबत को पीने के बाद आप बाजार में बिकने वाले बनाबटी रंग और स्वाद वाली रंगीन पानी की बोतलों को छुएंगे भी नहीं।

फलों का बादशाह -आम 

तपती गर्मियाँ और चारों तरफ आम की बहार ही बहार.....आप सोच रहे होंगे की अब हम आपको मैंगो शेक की रेसिपी बताएँगे, आपका सोचना भी सही है क्योकि यहाँ गर्मियों और पेयों की बात हो रही है,हमने आपको आज बहुत तरह के ठन्डे पेयों के बारे में बता ही दिया है तो क्यों न फलों के राजा आम से बनने वाले किसी खाद्य पदार्थ के बारे में आपको बताया जाये तो लीजिये आज आपके लिये प्रस्तुत है, ख़ास आम के रस से तैयारये बेहद स्वादिष्ट खट्टी मीठी कढ़ी...



सामग्री:
पका हुआ अच्छी किस्म का मीठा आम - 250 ग्राम
बेसन - 1/4 कप 
दही - आधा कप
हरा धनियां - 2-3 बड़ा चम्मच बारीक कटा हुआ
तेल - 2 बड़े चम्मच
करी पत्ता - 8- 10 पत्ते
हींग - 1 चुटकी
जीरा - 1/2 छोटी चम्मच
अदरक पेस्ट - 1/2 छोटी चम्मच
हरी मिर्च - 2 लम्बाई में 2 टुकड़े में कटी हुई
लाल मिर्च साबूत - 1-2
लाल मिर्च पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच
नमक - स्वादानुसार
विधि:
आम को धोइये और छील कर गूदा निकाल लीजिये, छोटे टुकड़ों में काटकर मिक्सर जार में डाल दीजिये, दही भी डाल दीजिये, और बेसन डाल कर अच्छी तरह आम के टुकड़े पिसने और बेसन दही के मिलने तक फेंट लीजिये,अब इसमें 3 कप पानी डालकर मिला दिजिये,कढ़ी के लिये घोल तैयार है,कढ़ी बनाने के लिये, कढ़ाई गरम कीजिये और कढ़ाई  में आधा तेल डालकर गरम कीजिये, गरम तेल में जीरा और हींग डाल दीजिये, जीरा भुनने पर, हरी मिर्च, लालमिर्च को 2 टुकड़ों में तोड़कर डाल दीजिये, हल्दी पाउदर और आधे करी पत्ता डालकर मसाले को हल्का सा भून लीजिये, अब कढ़ी का घोल डालिये और कढ़ी को लगातार चलाते हुये तब तक पकाइये जब तक उसमें उबाल न आ जाय,
कढ़ी में उबाल आने के बाद, गैस धीमी कर लीजिये, नमक और थोड़ा सा हरा धनियां डाल दीजिये और हर 1-2 मिनिट में चमचे से अच्छी तरह चलाते रहिये, इस तरह धीमी गैस पर कढ़ी को 7-8 मिनिट पका लीजिये, पके आम की खट्टी मीठी कढ़ी बन कर तैयार है,कढ़ी को प्याले में निकाल लीजिये,कढ़ी के ऊपर तड़का लगाने के लिये छोटा पैन गर्म कीजिये, तेल डालिये, तेल गर्म होने पर जीरा डालिये, जीरा भुनने के बाद करी पत्ता डालिये और गैस बन्द कर दीजिये, तड़के में लाल मिर्च डालकर मिला दीजिये.तैयार तड़के को प्याले में रखी कढ़ी के ऊपर डालिये और मिला दीजिये,पके आम की बहुत ही स्वादिष्ट खट्टी मीठी कढ़ी तैयार है,इस कढ़ी को चपाती, परांठे और चावल के साथ परोसिये खिलाइए और खाइये...

मित्रों आशा करता हूँ हमेशा की तरह आपको यह post पसंद आयी होगी, तो आगे आपको क्या करना है ?.......  जी हाँ इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर और लाइक  कीजिये ताकि दुसरे लोग भी इस जानकारी का लाभ ले सकें।



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