शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018

मसालों के द्वारा ग्रहदशा में सुधार तथा रोगोपचार ; Improvement of planetary tract and treatment by spices





मारे द्वारा दैनिक आहार में उपयोग किये जाने वाले मसाले जिन्हें हम बहुत ही साधारण समझते हैं, दरअसल वे हमारी ग्रह दशा एवं स्वास्थ्य के लिए कितने असाधारण और उपयोगी हैं,  आइये जानते हैं, वे मसाले कौन कौन से है, और ये किस प्रकार ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते है, व इनके पीछे छिपी वैज्ञानिकता क्या है ?


पिसा हुआ नमक - सूर्य




पिसी हुई लाल मिर्च - मंगल




पिसी हुई हल्दी - गुरु

ल्दी के सेवन से बृहस्पति ग्रह की दशा में सुधार होता है हल्दी की गांठ को पीले धागे में बांधकर गुरुवार को गले में धारण करने से बृहस्पति के अच्छे फल मिलते है और यह तो हम सब को पता है ही की हल्दी का दूध पीने से गठिया, हड्डी की चोट और संक्रमण में ज़बरदस्त फायदा मिलता है









साबुत या पिसा हुआ जीरा - राहु-केतु

जीरा राहू व केतू का प्रतिनिधित्व करता है, जीरे  का सेवन भोजन में करने से आप के दैनिक जीवन में सौहार्द व शांति बने रहते हैं





पिसा हुआ धनिया - बुध




साबुत या पिसी हुई काली मिर्च - शनि

काली मिर्च के सेवन से हमारे शुक्र और चंद्रमा ग्रह की दशा में सुधार  होता है , इस के सेवन से कफ की समस्या कम होती है तथा हमारी स्मरण शक्ति भी बढ़ती है



पिसा हुआ अमचूर - केतु




पिसा हुआ गर्म मसाला - राहु




मेथी दाना - मंगल



                  
परोक्त के आलावा कुछ और मसाले और अन्न भी हैं जिनके सेवन से आप अपने स्वास्थ्य के साथ साथ ग्रह दशा को भी ठीक रख सकते हैं आइये उनके बारे में भी संक्षिप्त में जान लेते हैं 

सौंफ खाने से हमारे शुक्र और चंद्र ग्रह की दशा में सुधार होता है , इसे भोजन के बाद मिश्री के साथ ले या ऐसे हीएसिडिटि और जी मचलाने जैसी समस्या कम होने लगेंगी, जब आप घर से किसी कार्य के लिए निकल रहे हो तो सौंफ का गुड के साथ सेवन करके निकलें , इससे मंगल ग्रह कार्य पूर्ण करने में साथ देता है 




गर किसी जातक का मंगल और शुक्र कुपित है ,तो थोड़ी सी दालचीनी को शहद में मिलाकर ताज़े पानी के साथ ले , इस से आपकी  रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी और सर्दियों में कफ की समस्या कम परेशान करेगी




जौ के प्रयोग से सूर्य और गुरु ग्रह की दशा में सुधार  होता है जौं के आटे की रोटी खाने से पथरी कभी नहीं होती है




हींग बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है हींग का नियमित  सेवन करने से वात व पित्त के रोग नियंत्रित होते हैं, हींग आप की पाचन शक्ति भी बढाती है व क्रोध की समस्या से भी निजात दिलाती है













4 टिप्‍पणियां:

  1. कमेंट्स के लिए धन्यवाद आगे भी ऐसी ही रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए हमसे जुड़े रहें.

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  2. Agar budh grah khraab ho to heeng aur dhania ka prayog krna chahiye?

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    1. आपके प्रश्न का उत्तर देने में विलम्ब होने के कारण क्षमाप्रार्थी हूं आपको बुध को उच्चता प्रदान करना हो तो मूंग का सेवन करें और बुधवार के दिन किसी हरे पौधे का रोपण कर उसका पालन करें

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